कहानी का सारांश हलीम नाम के एक लड़के को एक दिन चाँद पर जाने की इच्छा हुई। वह एक रॉकेट के कारखाने में बैठ गया। उसने एक रॉकेट लिया और रॉकेट पर बैठकर चाँद की तरफ़ चल पड़ा। रास्ते में चलते-चलते अँधेरा हो गया। अब […]
कहानी का सारांश हलीम नाम के एक लड़के को एक दिन चाँद पर जाने की इच्छा हुई। वह एक रॉकेट के कारखाने में बैठ गया। उसने एक रॉकेट लिया और रॉकेट पर बैठकर चाँद की तरफ़ चल पड़ा। रास्ते में चलते-चलते अँधेरा हो गया। अब […]