कहानी का सारांश एक चूहा था। उसके सात पूँछे थीं। सब उसे सात पूँछोंवाला चूहा कहकर चिढ़ाते थे। तंग आकर चूहे ने नाई से अपनी एक पूँछ कटवा ली। अब उसके पास केवल छह पूँछे बची। अगले दिन चूहा जैसे ही बाहर निकला तो फिर […]
कहानी का सारांश एक चूहा था। उसके सात पूँछे थीं। सब उसे सात पूँछोंवाला चूहा कहकर चिढ़ाते थे। तंग आकर चूहे ने नाई से अपनी एक पूँछ कटवा ली। अब उसके पास केवल छह पूँछे बची। अगले दिन चूहा जैसे ही बाहर निकला तो फिर […]